पगला घोड़ा नाटक ने सिखाया जिंदा रहने से ही सब कुछ सम्भव है

The play Pagla Ghoda was staged at the Sangeet Natak Academy, Lucknow

लखनऊ के संगीत नाट्य अकादमी परिसर के वाल्मिकी रंगशाला में बादल सरकार द्वारा लिखा पगला घोड़ा नाटक का मंचन हुआ। नाटक का निर्देशन आलोक कुमार शुक्ला तुमूल ने किया। नाट्य प्रस्तुति में संजय त्रिपाठी, नूतन वशिष्ठ एवम अनुपमा शरद मौजूद रहे। नाटक का मंचन रंग निलयम फाउंडेशन के प्रबंधक नितेश पांडे द्वारा हुआ।

नाटक पगला घोड़ा बादल सरकार जी द्वारा लिखे भावात्मक नाटकों में से एक है जो दर्शकों की सोच को कुछ अलग ही दृष्टि दिए, ऐसी दृष्टि जिससे आजतक हम रूबरू ही न है ना ही उस पहलू की तरह रुख ही किया है।

दर्शकों ने नाटक को बहुत पसंद किया। नाटक रियलिज्म पर आधारित है परंतु कुछ बाहरी छवियों को भी नाटक को मनोरंजक बनाने और स्पष्ट करने के लिए प्रयुक्त किया गया जो बहुत रोचक रहा।

नाटक के मंचन में अमन कुमार, अभिषेक सिंह, प्रणव श्रीवास्तव, अंकित कुमार, हिमानी सिंह, साक्षी अवस्थी, प्रियांशी पाल व विशू पांडे ने उम्दा अभिनय किया। प्रकाश परिकल्पना नाटक के निर्देशन आलोक कुमार शुक्ला तुमूल व संगीत नील कमल गुप्ता ने दिया।

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