सवेरा फांउडेशन द्वारा सोमवार को मुंशी प्रेमचन्द्र के लिखित नाटक सवा सेर गेंहूं का मंचन स्थानीय संगीत नाटक अकादमी स्थित बाल्मीकि रंगशाला में किया गया।
नाटक का निर्देशन अनुराग शुक्ला शिवा ने किया। नाटक की पृष्ठभूमि एक सीधे सादे किसान शंकर के इर्द-गिर्द घूमती है। जो अपने काम से काम रखता है। उसने एक महात्मा को भोजन कराने के लिए एक विप्र से सवा सेर गेंहूं लिया और जब फसल काटी तो उसका ड्योढ़ा विप्र का वापस कर दिया।
सात साल बाद विप्र उसके घर पहुंचे बोले तेरे नाम पर पांच दिन का गेहूं उधार लिखा है कब वापस करेगा। कथानक के अंत में विप्र का कर्ज चुकाते-चुकाते किसान शंकर उसका बेटा और पत्नी विप्र के बंधुआ मजदूर हो गए।
नाटक के पात्रों गिरिराज किशोर शर्मा, प्रिया यादव, प्रीत मिश्रा, अभिषेक कुमार सिह,तनीश सिद्दीकी, मीत मिश्रा, आर्यमान गौतम, प्रणव श्रीवास्तव, सूर्यमणि त्रिपाठी, अक्षत रिषि, शिवानी गुप्ता, युर्आन गुप्ता, संतोष प्रजापति का अभिनय सराहनीय रहा।